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साहित्य नज़्म ब्लॉग में साहित्य से संबंधित अर्टिकल अपलोड़ किये जायेंगे। अर्टिकल के विषय साहित्य से लिये जायेंगे। वर्तमान में इसकी शुरूआत हिन्दी कहानी, कविता, उपन्यास, आदि से की जा रही है। भविष्य में अन्य भाषा के साहित्य भी अनुवाद करके अपलोड़ किया जायेगा। किसी एक भाषा के साहित्य पर को प्रथमिकता नहीं दी जायेगी। किसी भी भाषा व किसी देश का साहित्य यहाँ अपलोड़ किया जा सकता है। अधिकतर हिन्दी भाषा में अर्टिकल अपलोड़ होंगे। भविष्य में अन्य भाषा में अर्टिकल अपलोड़ किये जा सकते हैं।

जिस प्रकार व्यक्ति शृंगार (सजावट) करके स्वयं को शीशे में देखता है, परिणाम स्वरूप शीशे में उसे उसका प्रतिबिंब नज़र आता है, उसी प्रकार साहित्यकार समाज के विषय को सजाकर समाज के समाने प्रस्तुत करता है परिणाम स्वरूप साहित्य को समाज का दर्पण कहा जाता है क्योंकि समाज से साहित्य का निर्माण हुआ है। 

प्रयास किया जायेगा कि जो भी कहानी, कविता, उपन्यास आदि यहाँ अपलोड़ किये जायेंगे या उनसे संबंधित अर्टिकल लिखे जायेंगे उसे समाज से जोड़कर आपके सामने प्रस्तुत किया जाये। 

प्रथमिकता साहित्य रूप प्राप्त कर चुके विषय को दी जायेगी जैसै - गज़ल, नज़्म, दोहा, कविता, कहानी, उपन्यास, फिल्मी कहानी, आदि लेकिन साहित्य समाज का दर्पण है परिणाम स्वरूप समाज से कोई भी वह विषय लिया जा सकता है। जिसने अब तक साहित्य का स्वरूप प्राप्त नहीं किया है। अर्थात सहित्य नज़्म में अर्टिकल के विषय किताबों तक ही सीमित नहीं रहेंगे। स्कूल, कॉलेज, आदि के पाठ्यक्रम में लगाये गये उपन्यास, कविता, कहानी आदि भी अपलोड़ की जायेंगी साथ ही उनकी समीक्षा भी की जायेगी।

ताकि छात्रों को साहित्य समझने में सहायता मिल सकें। 

साहित्य में कोई भी बात सीधे-सीधे नहीं कही जाती यथार्थ के साथ कल्पना को भी स्थान दिया जाता है। यादि सीधे-सीधे बात कह दी जाये तो वह साहित्य की श्रेणी में नहीं शामिल होगा। समाज की कमियों को साहित्य का स्वरूप देकर साहित्यकार समाज के सामने पेश करता है। उदाहण इस प्रकार है –

किसानो की स्थिति – गोदान

पति की मृत्यू के बाद पत्नी की स्थिति – बेटो वाली विधवा

वृद्धा अवस्था में परिवार जनो के नकारात्मक व्यवहार – बूढ़ी काकी

पिंजरे में बंद पक्षी की स्थिति – हम पंक्षी उन्मुक्त गगन के 

परिणाम स्वरूप यह स्पष्ट रूप से कहा जा सकता है कि सहित्य नज़्म का उद्देश्य समाज को आईना दिखाना व साहित्यकारों के सकारात्मक प्रयास से अवगत कराना है। 


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