अनुपमा सीरियल की लोकप्रियता | Popularity of Anupamaa Serial

 

अनुपमा सीरियल महिलाओं को क्यों पसंद है? (Why do women like Anupama Serials?) 

जीवन में व्यक्ति कभी खुद अपने लिए गलत फैसले ले लेता है, कभी उनके अपने परिवार वाले उसके लिए गलत फैसले ले लेते हैं, जो वर्तमान में सही सोच कर लिए जाते हैं लेकिन भविष्य में हमारे लिए गलत साबित होते हैं। विवाह भी उनमें से एक फैसला है, अतीत में लिए गए विवाह से संबन्धित फैसले वर्तमान में जब गलत साबित होते हैं तो बेहतर है कि उस गलत फैसले को सुधार लिया जाए।

image source:- https://tcp24.news/2022/07/24/increased-difficulties-of-anupama-fans-are-angry-with-this-show-demanding-to-boycott/

जिस तरह एक पुरूष अपनी पत्नी से अपने लिए वफादारी व समर्पण की उम्मीद रखता है उसी तरह एक स्त्री भी यही चाहती है कि उसका पति उसके प्रति वफादार रहे। समाज में अकसर देखा जाता है कि पति अपनी पत्नि के प्रति समार्पित नहीं होता उसके बाद भी पत्नी अपने पति से रिश्ता नहीं तोड़ती है। वहीं अगर पति को अपनी पत्नी पर शक भी है जो सच ना हो तब भी पति अपनी पत्नी को छोड़ देता है, खुद दूसरा विवाह कर लेता है। जिस तरह एक पुरूष अपनी पत्नी के प्रति समर्पित ना होने के परिणाम स्वरूप उसे छोड़ देता है या उसे इसकी सज़ा देता है उसी तरह एक स्त्री को भी अधिकार है कि यदि उसका पति उसके प्रति वफादार नहीं है तो वह उसे छोड़ दे। ऐसा अनुपमा सिरियल की कहानी के परिणाम स्वरूप कहा जा सकता है।   

साहित्य समाज का दर्पण होता है इसलिए साहित्य में मौजूद विषय सदैव समाज से ही लिए जाते हैं। फिल्में हो या नाटक (सिरियल) यह पहले लिखित रूप में यानी साहित्यिक रूप में होते हैं जिसे फिल्मा कर फिल्म या सिरियल का नाम दिया जाता है। ऐसा ही एक सिरियल है अनुपमा जो वर्तमान में स्टार प्लस पर रात 10 बजे प्रसारित होता है।  


अनुपमा सीरियल की कहानी (Story of Anupama Serials) 

अनुपमा सिरियल 13 जुलाई 2020 से शुरू हुआ था, अनुपमा सिरियल की मुख्य किरदार है। जिसकी आयु सिरियल में लगभग 45 साल है। अनुपमा के पति वनराज का अफेयर आठ साल से काव्य से था। जिस दिन अनुपमा और वनराज की शादी के 25 साल पूरे हुए उसी दिन अनुपमा को वनराज और काव्य के रिश्ते के बारे में पता चलता है।

यह सब जानने के बाद अनुपमा दुखी होने के स्थान पर या काव्य से नफरत करने के स्थान पर उसने खुद ही वनराज को तलाक दे दिया। तलाक के बाद किसी पर आश्रित रहने के स्थान पर अनुपमा ने अपने हुनर के अनुसार नौकरी करना शुरू किया। एक तरफ अनुपमा ने स्कूल में बच्चो को कुकिंग सिखाना शूरू किया दूसरी तरफ अपनी डांस अकेडमी शुरू कर दी।

इसी दौरान सिरियल में अनुज नाम के किरदार की एंट्री होती है। अनुज अनुपमा से अपने कॉलेज के समय से प्रेम करता था। 26 साल गुज़र जाने के बाद भी उसने विवाह नहीं किया था। अनुपमा की तीन संतान हैं, अनुपमा का तलाक भी हो चुका है उसके बाद भी अनुज अनुपमा से प्रेम करता है। अनुज और अनुपमा दोनों साथ में बिजनिस शुरू करते हैं। इसी दौरान अनुपमा को उसके प्रति अनुज की भवनाओं का पता चलता है, जिसका वह सम्मान करती है। यह सब अनुपमा के पहले पति वनराज और अनुपमा के परिवार को पसंद नहीं आती इसलिए वह अनुपमा और अनुज के साथ काम करने का लगातार विरोध करते हैं।

कुछ समय बाद अनुपमा अनुज के प्रेम को स्वीकार करते हुए अनुज से विवाह के लिए हाँ कह देती है। जो वनराज, वनराज की माँ और अनुपमा के बेटे दोषु को स्वीकार नहीं होता है। अनुपमा की दूसरी शादी का विरोध लगातार होने के बाद भी बापूजी (वनराज के पिता) अनुपमा और अनुज की शादी करवा देते हैं, जिसे शादी के दिन सबको स्वीकार करना पड़ता है।  

वर्तमान में अनुपमा की कहानी वनराज के परिवार और अनुपमा के नए ससुराल दोनों परिवारों के किरदारों के साथ आगे बढ़ रही है। एक तरफ अनुपमा की बहू किंजल जो माँ बन चुकी है वहीं दूसरी तरफ किंजल का पति तोषू का भी किसी अन्य महिला के साथ अफेयर हो चुका है। जिसका विरोध अनुपमा करती नज़र आ रही है।


अनुपमा सीरियल की समीक्षा (Anupama Serial Review)

अनुपमा कहानी से पता चलता है कि ज़िन्दगी में कितने ही उतार-चढ़ाव आ जाए। इंसान को दुखी होने के स्थान अपनी समस्याओं का समाधान करना चाहिए। अनुपमा चाहती तो वनराज से झगड़ा कर सकती थी लेकिन उसने ऐसा करने के स्थान पर वनराज को तलाक दिया और खुद अपने पैरो पर खड़ी हुई। अपने तलाक के बाद उसने वनराज और काव्य की शादी का समर्थन भी किया। जब अनुपमा ने महसूस किया कि वह खुद भी किसी का सपना है तो उसने अनुज के प्रेम का सम्मान करते हुए दोबारा शादी कर ली। इससे यह कहा जा सकता है कि ज़िन्दगी कभी भी कहीं भी शुरू की जा सकती है।

कहानी के अनुसार अनुपमा सिरियल उन महिलाओं के लिए प्रेरणा है जो यह सोच लेती हैं कि मेरी आयु अधिक हो चुकी है अब मैं कुछ नहीं कर सकती। जब तक अनुपमा अपने पैरो पर खड़ी नहीं थी तब तक खुद अनुपमा के बच्चे भी उसका सम्मान नहीं करते थे। तोषू जो खुद बहुत पढ़ लिख चुका होता है वह अपनी माँ को नसमझ समझता था। परिणाम स्वरूप वह अपनी माँ का सम्मान नहीं करता था। जब उसकी माँ अपने पैरो पर खड़ी हो गई तब सबने अनुपमा की अहमियत को समझा जबकि वह हाउस वाइफ होते हुए भी बहुत मेहनती महिला थी।

 

Anupama Serials का निष्कर्ष (conclusion) 

समीक्षा की दृष्टि से प्रत्येक दर्शक के दृष्टिकोण भिन्न होते हैं। इस सिरियल से संबन्धित प्रत्येक व्यक्ति के विचार भिन्न हो सकते हैं। 

समीक्षा की दृष्टि से प्रत्येक दर्शक के दृष्टिकोण भिन्न होते हैं। इस सिरियल से संबन्धित प्रत्येक व्यक्ति के विचार भिन्न हो सकते हैं। 

अनुपमा सिरियल का आज का एपिसोड (today's episode) या नया एपिसोड (new episode) होटस्टार (hotstar), स्टार प्लस (star Plus) पर देखा जा सकता है।

वर्तमान में अनुपमा ने 682 एपिसोड (682 episodes) पूरे कर लिए हैं। 

अनुपमा सिरियल 13 जुलाई 2020 से शुरू हुआ था

अनुपमा सिरियल स्टार प्लस पर रात 10 बजे प्रसारित होता है। 

 

By Sunaina


अन्य लेख पढ़े 

साहित्यिक विडियो देखें

कोई टिप्पणी नहीं:

Blogger द्वारा संचालित.